फार्मा फ़ैक्ट्री में धमाके से अब तक 17 लोगों की मौत
आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ली ज़िले में एसईज़ेड इलाके में एस्सेन्टिया एडवांस्ड साइंस प्राइवेट लिमिटेड में बुधवार को रिएक्टर में विस्फ़ोट की वजह से इमारत का एक हिस्सा ढह गया.
आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वंगालपुडी अनिता ने 17 लोगों की मौत की पुष्टि की है.
अनिता ने कहा, ”शुरू में ऐसा माना जा रहा था कि रिएक्टर में विस्फोट एक दुर्घटना थी लेकिन यह दुर्घटना सालवन्ट में लीकेज के कारण हुई है. राहत बचाव कार्य लगभग पूरा हो गया है. कंपनी प्रबंधन ने दुर्घटना पर ध्यान नहीं दिया और मैंने ख़ुद मैसेज किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. सुरक्षा मानकों को लेकर ज़्यादातर सेज़ कंपनियों की जांच नहीं हुई है.”इससे पहले अनाकापल्ली की ज़िला कलेक्टर विजया कृष्णन ने बीबीसी तेलुगू से बातचीत में 15 लोगों के मरने की पुष्टि की थी.इस हादसे में बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं. हादसा जितना बड़ा है, उसे देखते हुए मरने वालों की संख्या बढ़ने की भी आशंका जताई गई है.ये मामला अच्युतापुरम स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (SEZ) की एक फार्मा कंपनी का है. दोपहर में ख़ाने के समय एक ज़ोरदार धमाका हुआ और चारों ओर घना धुआं फैल गया.कई कर्मचारी मलबे में दब गए हैं. हादसे के वक्त फ़ैक्ट्री में 300 से अधिक लोग मौजूद थे.घायलों को इलाज के लिए पास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि ये विस्फ़ोट रिएक्टर में हुआ, जिससे इमारत की एक मंज़िल ढह गई. इसलिए मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है.आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अनाकापल्ली ज़िले की कलेक्टर से फ़ोन पर बात की. सीएम ने घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का निर्देश भी दिया.चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि अगर ज़रूरत पड़ी तो घायलों को निकालने के लिए एयर एंबुलेंस का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. सीएम ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव को अच्युतापुरम जाने का आदेश दिया है. सीएम खुद भी गुरुवार को दुर्घटनास्थल पर पहुंचेंगे.
अनाकापल्ली ज़िले में तकरीब 10 हज़ार एकड़ में विशेष आर्थिक क्षेत्र फैला हुआ है. इसमें से तीन हज़ार एकड़ फार्मा फैक्ट्रियों के लिए हैं.
इस इलाक़े को अच्युतापुरम फार्मा एसईजेड कहा जाता है.
यहां मौजूद फैक्ट्रियों में केमिकल यानी रसायनों का निर्माण और भंडारण किया जाता है. अक्सर यहां आग लगने की दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
एनडीआरएफ़ की टीमें भी दुर्घटनास्थल पर पहुंची.
अनाकापल्ली ज़िले में स्थित एसईज़ेड में ज़्यादातर फार्मा कंपनियां हैं. इस एसईज़ेड क्षेत्र में कुल 208 कंपनियां हैं. लेकिन इतनी सारी कंपनियों के बावजूद यहां सिर्फ़ एक दमकल गाड़ी है.
इसी वजह से आसपास के फ़ायर स्टेशनों से आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां बुलाई गईं.
पिछले साल यहां की कंपनी साहित्य सॉल्वेंट्स में चार लोगों की मौत हो गई थी.
वहीं, अनाकापल्ली के एडिश्नल एसपी देव प्रसाद ने शुरुआती जानकारी में बताया था कि तीन लोगों की जान गई है और 17 अन्य घायल हुए हैं. उन्होंने इसे रिएक्टर में हुआ धमाका ही बताया.
देव प्रसाद ने कहा कि घायलों का अस्पताल में इलाज हो रहा है और मौके पर स्थिति अब नियंत्रण में है.
आंध्र प्रदेश के लेबर, फ़ैक्टरीज़, बॉयलर्स एंड इंश्योरेंस मेडिकल सर्विसेज़ मंत्री वसामेट्टी सुभाष ने एएनआई से कहा, “राहत और बचाव कार्य में जुटी टीमें काफ़ी देर तक फ़ैक्ट्री परिसर में घने धुएं की वजह से घुस नहीं पाई. बचाव कार्य जारी है. अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि कितने लोग अंदर फंसे हुए हैं. रेस्क्यू टीमें उन तक जल्द से जल्द पहुंचने की कोशिश कर रही हैं.”
समाचार एजेंसी पीटीआई ने अनाकापल्ली ज़िले की कलेक्टर विजया कृष्णन के हवाले से बताया कि ये हादसा इसिंशिया फार्मा प्लांट में दोपहर दो बजे के करीब हुआ.
हालांकि, उन्होंने इस हादसे के पीछे रिएक्टर में धमाके को वजह नहीं बताया. बल्कि अधिकारियों को संदेह है कि ये हादसा बिजली से जुड़ी आग की वजह से हुआ है.
उन्होंने बताया कि हादसे में घायल करीब 30 लोगों को अनाकापल्ली और अच्युतापुरम के अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया है.