योगी आदित्यनाथ क्या बीजेपी में अकेले पड़ गए हैं?
क्या सच साबित हो सकती है योगी आदित्यनाथ को लेकर की गई केजरीवाल की भविष्यवाणी?
लोकसभा चुनाव के नतीजे आए तो जो राज्य भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व के लिए चिंता का सबब बने, उनमें उत्तर प्रदेश का नाम सबसे ऊपर रहा.
बीजेपी लोकसभा में बहुमत के 272 के आंकड़े से जितनी पीछे रही वो अकेले यूपी पूरा कर सकता था, मगर ऐसा नहीं हुआ.
यही वजह है कि तब से लेकर अब तक उत्तर प्रदेश में भाजपा को लेकर चर्चाएं थमी नहीं हैं. फ़ोकस में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं.
एक ओर जहां केशव प्रसाद मौर्य बनाम योगी की चर्चा गर्म है, वहीं दबी ज़ुबान में ये भी कहा जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की वो भविष्यवाणी सच साबित हो सकती है, जो उन्होंने जेल से बाहर आकर की थी.
केजरीवाल ने कहा था कि अगर बीजेपी केंद्र में दोबारा सत्ता में आई तो योगी को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया जाएगा.
आज द लेंस में चर्चा उत्तर प्रदेश में बीजेपी के भीतर मची इसी हलचल पर.
कलेक्टिव न्यूज़ रूम के डायरेक्टर ऑफ़ जर्नलिज़्म मुकेश शर्मा के साथ समझने की कोशिश करेंगे कि योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक भविष्य क्या है और बीजेपी में मची इस कलह के मायने क्या हैं?