ईरान ने ईराक और सीरिया में दागीं कई मिसाइलें
इरबिल: इजरायल और हमास की लड़ाई के बीच मिडिल-ईस्ट एक बड़ी जंग की तरफ बढ़ता दिख रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने इरबिल में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पास एक इलाके पर मिसाइल हमलों के तुरंत बाद एक ‘जासूसी मुख्यालय और ईरान विरोधी आतंकवादी गुटों के जमावड़े’ पर हमले किए। ईरान ने सोमवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उसने सीरिया में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों सहित ‘आतंकवादी गतिविधियों’ पर हमला किया। वहीं, एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि उनकी ईरान द्वारा दागी गई मिसाइलों पर नजर थी।
‘हमलों में 4 नागरिक मारे गए, 6 घायल’
कुर्द क्षेत्रीय सरकार की सुरक्षा परिषद ने एक बयान में कहा कि इन हमलों में 4 नागरिक मारे गए और 6 लोग घायल हो गए। इराक के पूर्व सांसद मशान अल-जाबौरी की सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर साझा की गई एक पोस्ट के अनुसार, इनमें से एक हमले में प्रमुख स्थानीय व्यवसायी पेश्रा दिजाई और उनके परिवार के सदस्य मारे गए। उन्होंने बताया कि एक मिसाइल दिजाई के ‘आवास पर गिरी जो मेरे घर के पड़ोस में है।’ इराक में कई अन्य क्षेत्रीय राजनीतिक हस्तियों ने भी दिजाई की मौत की पुष्टि की है।
‘हमने मोसाद के हेडक्वॉर्टर पर हमला किया’
इसके तुरंत बाद ईरान के ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ ने सरकारी मीडिया में जारी एक बयान में कहा कि उसने सीरिया में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों सहित ‘आतंकवादी गतिविधियों’ पर हमला किया और कई बैलिस्टिक मिसाइल दागकर उन्हें नष्ट कर दिया। एक अन्य बयान में दावा किया गया कि इसने इराक के कुर्द क्षेत्र में इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वॉर्टर पर हमला किया। इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन ने 2020 के अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए एक ईरानी जनरल की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम को निशाना बनाकर 2 आत्मघाती बम विस्फोट किए जाने की इस महीने की शुरुआत में जिम्मेदारी ली थी।
ईरान ने इजरायल पर लगाए हैं गंभीर आरोप
रिवोल्यूशनरी गार्ड जनरल कासिम सुलेमानी के सम्मान में आयोजित एक समारोह में हुए हमले में कम से कम 84 लोगों की मौत हो गई थी और 284 अन्य लोग घायल हो गए थे। ईरान ने इजरायल पर दमिश्क के पड़ोस में हवाई हमले में एक बड़े ईरानी जनरल सैयद रजी मौसावी की हत्या करने का आरोप लगाया है। एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अमेरिका ने उन मिसाइल पर नजर रखी थी जो उत्तरी इराक और उत्तरी सीरिया में गिरीं और इन हमलों में कोई भी अमेरिकी प्रतिष्ठान प्रभावित या क्षतिग्रस्त नहीं हुआ।