यरुशलम: इजरायल ने ईरान को हमले से पूर्व ही बड़ी चेतावनी दे दी है। इजरायल ने कहा है कि यदि ईरान ने हम पर हमला किया तो हम भी चुप नहीं बैठने वाले हैं। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इससे पहले भी कई बार ईरान को सीधी धमकी दे चुके हैं। अब इजरायली विदेश मंत्री कार्ट्ज ने बुधवार को धमकी दी कि अगर ईरान अपनी जमीन से इजरायल पर हमला करेगा तो उनके देश की सेना भी सीधे इस्लामिक गणराज्य को निशाना बनाएगी। इजरायल का यह बयान ऐसे समय आया है जब सीरिया स्थित ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले में उसके जनरल की मौत के बाद दोनों पारंपरिक प्रतिद्वंद्वियों में तनाव बढ़ गया है।
इजरायल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर हिब्रू और फारसी भाषा में किए गए पोस्ट में कहा, ‘‘अगर ईरान से उसके क्षेत्र पर हमले हुए तो इजराइल भी जवाब देगा और ईरान पर हमला करेगा।’’ उनकी टिप्पणी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के बुधवार को आए बयान के बाद आई। खामेनेई ने दोहराया कि इस महीने के शुरुआत में दमिश्क स्थित ईरानी वाणिज्य दूतावास पर किए गए हमले का जवाब इजरायल को दिया जाएगा। ईरान, दमिश्क में हुए हमले के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहरा रहा है। इस हमले में वाणिज्य दूतावास की इमारत जमींदोज हो गई और 12 लोग मारे गए। इजरायल ने इस हमले में अपनी संलिप्तता स्वीकार नहीं की है, हालांकि वह हमले के लिए ईरानी प्रतिक्रिया से निपटने की तैयारी कर रहा है।
इजरायल-ईरान में चल रहा छद्म युद्ध
इजरायल और ईरान के बीच लंबे समय से छद्म युद्ध चल रहा है और इस घटना के बाद दोनों के बीच तनाव और बढ़ गया है। खामेनेई ने पवित्र रमजान महीने के समापन के मौके पर आयोजित नमाज पर तकरीर देते हुए कहा कि हवाई हमला ‘‘गलत कार्य’’ था और ईरान की जमीन पर हमले के समान था। उनकी तकरीर को ईरान के सरकारी चैनल पर प्रसारित किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘शैतानी शासन को दंडित किया जाना चाहिए और उसे दंडित किया जाएगा।’’ हालांकि, न काट्ज और न ही खामेनेई ने विस्तार से बताया कि वे कैसे जवाब देंगे। सीरिया की राजधानी में एक अप्रैल को हुए धमाके में 12 लोग मारे गए थे जिनमें सात ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के सदस्य, चार सीरियाई और एक हिजबुल्ला मिलिशिया का सदस्य था