ईरान के एयरस्ट्राइक के बदले पाकिस्तान ने भी आज बॉर्डर पार हमला किया। पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक में 4 बच्चों और 3 महिलाओं समेत कुल 7 लोग मारे गए हैं। वहीं ईरान की एयरस्ट्राइक में पाकिस्तान ने कुल 2 बच्चों के मारे जाने की बात कही थी। पाकिस्तान ने ईरान की एयरस्ट्राइक को अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन और अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ बताते हुए बदला लेने की बात कही थी। इसके बाद पाकिस्तान ने भी ईरान पर हमला कर दिया। मगर पाकिस्तानी सेना के हमले में जो 7 लोग मारे गए, वह पाकिस्तानी ही निकले। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि पाकिस्तान स्वयं कह रहा है।
पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि हमले में मारे गए ‘सभी गैर-ईरानी’ हैं। ईरान के सिएस्तान-ओ-बलूचिस्तान में कथित तौर पर आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए पाकिस्तान के जवाबी हवाई हमले में 7 लोग मारे गए। यह हमला इस्लामाबाद द्वारा देश में ईरानी दूत को निष्कासित करने और तेहरान से अपने राजदूत को वापस बुलाने के एक दिन बाद हुआ है। ईरान और पाकिस्तान 900 किमी लंबी अराजक सीमा साझा करते हैं जो आतंकवादियों को राष्ट्रों के बीच स्वतंत्र रूप से आने-जाने में सक्षम बनाती है। इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान ने पाक के आतंकवादी समूह ‘जैश अल-अदल’ को निशाना बनाते हुए अशांत बलूचिस्तान प्रांत के अंदर मंगलवार को हमला किया था।
ईरान और पाकिस्तान युद्ध के मुहाने पर
पाकिस्तान द्वारा ईरान पर जवाबी हमले से दोनों देशों में युद्ध की आशंका बढ़ गई है। साथ ही इस वजह से मध्य पूर्व के अन्य हिस्सों में भी हिंसा फैलने का खतरा बढ़ गया, जो पहले से ही इज़रायल-गाजा युद्ध, ईरान-इजरायल तनाव, यमन, लेबनान, हुतिये, हिजबुल्ला की वजह से पहले से ही काफी अशांत हो चुका है। पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के अंदर ईरान के हमले के बाद जवाबी हवाई हमलों के बाद पड़ोसी तेहरान और इस्लामाबाद को राजनयिक संकट का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें शिया बहुल राष्ट्र ने उग्रवादी सुन्नी अलगाववादी समूह के ठिकानों को निशाना बनाया था।
पाकिस्तान ने कहा-हमने इस आतंकी समूह पर किया हमला
पाकिस्तान का दावा है कि उसने ईरान में ‘सरमाचर्स’ आतंकी समूह पर हमला किया है। यह ईरान के सिएस्तान-ओ-बलूचिस्तान प्रांत में है। पाकिस्तान ने कहाकि उसने ‘मार्ग बार सरमाचर्स’ नाम के पाकिस्तान मूल के आतंकवादी समूह को निशाना बनाया था। बयान में बताया गया कि पाकिस्तानी सरकार ने ईरान के साथ कई वार्ताओं के दौरान ‘सरमाचर्स’ पर अपनी चिंता व्यक्त की थी। मगर इस मुद्दे पर “कार्रवाई की कमी” थी। साथ ही ‘पाकिस्तान ने इन आतंकवादियों की मौजूदगी और गतिविधियों के ठोस सबूतों के साथ कई डोजियर भी साझा करने की बात कही है। पाक का कहना है कि ‘हालांकि, हमारी गंभीर चिंताओं पर कार्रवाई की कमी के कारण, इन तथाकथित सरमाचरों ने निर्दोष पाकिस्तानियों का खून बहाना जारी रखा। इसलिए पाकिस्तान को इस कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा।