पाकिस्तान में 8 फरवरी को होने वाले चुनाव से पहले बलूचिस्तान पर बड़ा हमला हुआ है। बताया जा रहा है कि अशांत बलूचिस्तान प्रांत में बृहस्पतिवार को एक साथ 10 बम और ग्रेनेड से हमला हुआ। इससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। इस हमले के परिणामस्वरूप एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें कई लोगों की हालत गंभीर बनी है।
बता दें कि पाकिस्तान में अधिकारी अगले सप्ताह होने वाले आम चुनावों से पहले शांति बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मगर इस बीच देश के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में गुरुवार को हुए हमले ने पाकिस्तान में सुरक्षा तैयारियों की पोल खोल दी है। डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, हमलों में कई पुलिस स्टेशनों और उपायुक्त कार्यालयों को निशाना बनाया गया, जिसमें एक पुलिस अधिकारी और एक जेल वार्डन सहित छह लोग घायल हो गए।
सीपीईसी पर रखा गया था बम
पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अखबार को बताया, ”प्रांतीय राजधानी क्वेटा समेत पूरे बलूचिस्तान में कम से कम 10 बम और ग्रेनेड हमले हुए।” क्वेटा के एसएसपी (ऑपरेशंस) जवाद तारिक के अनुसार, क्वेटा के स्पिनी इलाके में चीन-पाकिस्तान आर्थिक सहयोग (सीपीईसी) सड़क पर फुटपाथ पर बम रखा गया था, जिसमें से एक बम फट गया। इससे एक राहगीर की मौत हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि प्रांतीय राजधानी के कई इलाके दहल गए। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर शव को सिविल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट के समय बम के करीब होने के कारण पीड़ित का शरीर क्षत-विक्षत हो गया था। मृतक की पहचान 84 वर्षीय व्यक्ति के रूप में की गई।
8 किलो विस्फोटक का हुआ इस्तेमाल
एसएसपी तारिक ने कहा कि इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस में लगभग 8 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। बम का लक्ष्य अज्ञात था, क्योंकि आसपास के क्षेत्र में कोई चुनाव प्रचार-संबंधी कार्यक्रम निर्धारित नहीं था। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों के कारण सुरक्षा पहले से ही हाई अलर्ट पर थी। क्वेटा के बाहरी इलाके के पास एक अन्य हमले में, एक सहायक उप-निरीक्षक गुलाम रज़ा घायल हो गए। अज्ञात हमलावरों ने शालकोट पुलिस स्टेशन पर हथगोला फेंका, जो प्रांगण में फट गया। हमले में स्टेशन की इमारत और पार्किंग क्षेत्र में कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। घायल पुलिस अधिकारी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। मस्तुंग में, केंद्रीय जेल पर हथगोले से हमला किया गया, जो जेल के अंदर फट गया, जिससे इमारत को नुकसान पहुंचा। हमले में जेल वार्डन घायल हो गये।